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पढ़ाई में मन लगाने के 10 बेहतरीन तरीके

 पढ़ाई में मन लगाने के 10 बेहतरीन तरीके

"रटो मत समझो", यह लाइन हम फिल्मों में इतनी बार सुन चुके हैं कि अब हमसे कोई कहे कि बेटा आपको इस टॉपिक को रटना नहीं है आपको इसे समझना है तो हमें यह बात बोरिंग लगने लगती है अक्सर जो दिक्कत स्टूडेंट्स को उनकी लाइफ में होती है वह यह है की टॉपिक समझ लेने के बाद भी अब उस टॉपिक को याद कैसे करें या कोई एक मैथ समझ लेने के बाद अब बचे हुए मैथ्स कैसे सॉल्व करें भाई मान लिया कि टॉपिक सेम है लेकिन क्वेश्चन तो अलग है तब कैसे समझा जाए तो आज हम 10 ऐसे तरीकों के बारे में जानेंगे जिसके बाद आपको इन सारी समस्याओं से जूझना नहीं पड़ेगा और यह बातें कोई जादू नहीं करने वाली है लेकिन हां इन बातों को अपने जीवन में यदि आप उतारते हैं तो उसके बाद जरूर जो बदलाव आपकी लाइफ में खासकर एक स्टूडेंट के रूप में आप में होगा वह किसी जादू से कम नहीं होगा तो चलिए देखते हैं उन 10 तरीकों को...


1. 

अगर पढ़ना है तो टाइम टेबल मत बनाना

सुनकर थोड़ा अजीब लग रहा है लेकिन यह सही बात है टाइम टेबल उन स्टूडेंट्स को बनाना चाहिए जो खाली होने पर भी बिना बोर हुए पढ़ाई करते हैं लेकिन वह स्टूडेंट्स जिन्हें पढ़ाई करने के लिए बैठने का समय देने के लिए भी अच्छी खासी तैयारी करनी पड़ती हो टाइम टेबल उन स्टूडेंट्स के लिए नहीं है आपको कोई टाइम टेबल नहीं बनाना है जब आपका मन करे तब आप पढ़ने बैठे जब आप अच्छा महसूस करें फ्रेश फील करें तब आप पढ़ने बैठ सकते हैं आपको किसी तरह से भी समय की पाबंदी में नहीं बंधना है रोज 10 घंटे पढ़ना है रोज 8 घंटे पढ़ना है रोज 6 घंटे पढ़ना है इन सारी बातों में आपको अपना ध्यान नहीं देना है इसीलिए आपको टाइम टेबल बनाने की कोई भी आवश्यकता शुरुआत में नहीं है...

2.

टारगेट चैप्टर का नहीं टॉपिक का बनाइए 

हां दोस्तों यदि आप चाहते हैं कि आपका मन पूरी तरह से पढ़ाई में लगे तो आपको किसी एक चैप्टर का नहीं बल्कि किसी एक टॉपिक का टारगेट लेकर चलना होगा और वह टॉपिक शुरू में जितना छोटा होगा उतना ही आपके कॉन्फिडेंस को बढ़ाएगा इसे इस तरह से समझिए कि यदि आपसे कोई घर में कहे कि आज आपको 20 तरह के काम करने हैं तो आपको सुनकर थोड़ी हैरानी हो सकती है लेकिन यदि वही आप से कोई एक एक करके काम करवाएं और हर काम में आपकी तारीफ करें कि आपने कितने अच्छे से हर काम को कर लिया तो कब आप 40 काम कर देंगे आपको पता भी नहीं चलेगा ठीक उसी तरह आप की कोशिश यह होनी चाहिए कि आपको शुरुआत में एक चैप्टर नहीं बल्कि एक टॉपिक पढ़ना है और जब आप वह टॉपिक पढ़ लेंगे तब आपको प्रसन्नता भी होगी और आपका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा कि जो टारगेट आपने चुना था जो लक्ष्य आपने चुना था आपने उसको पूरा कर लिया और यह आत्मविश्वास ही आप को मोटिवेट करेगा प्रेरित करेगा अगले टॉपिक को पढ़ने के लिए समझने के लिए और उसे याद रखने के लिए...

3.

किसी भी जगह का चुनाव ना करें 

हां दोस्तों यदि आप पढ़ना चाहते हैं तो शुरुआत में यह बहुत जरूरी है कि आप इस बात पर ध्यान ना दें कि आपको पढ़ाई करने के लिए एक ऐसी जगह की आवश्यकता है जहां कोई डिस्टरबेंस ना हो जहां कोई परेशानी ना हो अड़चन हो याद रखिए कि जब हमें भूख लगती है तो कई बार ऐसा होता है कि हम ऐसी परिस्थिति में नहीं होते जैसे हमारे घर में होती है हो सकता है हमें किसी जगह पर खड़े होकर खाना पड़े कहीं पर बैठकर खाना पड़े ठीक वैसे ही पढ़ाई के लिए भी शुरुआत में किसी जगह का चुनाव ना करें अपनी किताब को अपने घर के किसी भी टेबल पर बिस्तर पर आप खुला रखें तीन लाइन पढ़ें यदि फिर कोई काम आ जाए तो वह कर लीजिए फिर आगे की तीन चार लाइन पर एक पैराग्राफ एक पन्ना पढ़ें फिर कोई काम कर लीजिए यह छोटी-छोटी बातें शुरुआत में आपको पढ़ाई में अपना मन लगाने और मोटिवेट करने में काम आएंगी...

4.

जी भर कर सोए 

अगर आप चाहते हैं कि पढ़ते समय आपको किसी तरह का तनाव ना हो आपका दिमाग पूरी तरह से फ्रेश फील करें तो जब तक मन करे तब तक सोए यह हमारे दिमाग के काम करने का तरीका है कि जब हमें कोई काम करने के लिए मना किया जाता है तो वह पहले वही काम करता है उदाहरण के लिए यदि मैं आपसे कहूं कि अपनी आंखें बंद करिए और सेब के बारे में मत सोचिए तो सबसे पहला चित्र जो आपके दिमाग में आएगा जो पहली इमेज आपके माइंड में बनेगी वह सेब की होगी इसीलिए जब भी हम से पढ़ाई के लिए कहा जाता है तब हमें नींद आने लगती है क्योंकि हमें लगता है या मैं कहूं कि हमारे दिमाग को लगता है कि हमने अपनी नींद पूरी नहीं की हमें अपनी नींद पूरी करने नहीं दी गई पढ़ाई के लिए जल्दी उठा दिया गया तो यदि आप अपनी नींद पूरी करेंगे तो आपके दिमाग के पास पढ़ाई करते समय कोई बहाना कोई एक्सक्यूज शेष नहीं बचेगा इसलिए मन करें तो 8 घंटे की नींद भी आप ले सकते हैं..,.

5.

कम से कम 2 घंटे जरूर खेलें 

अगर आप चाहते हैं कि पढ़ते समय जो आपने अच्छे से समझा है वहां आपको लंबे समय तक याद रहे आप बार-बार उसको ना भूलें तो यह बहुत जरूरी है बेहद आवश्यक है मोस्ट इंपोर्टेंट है कि आप रोज अपने शेड्यूल में से अपनी दिनचर्या में से कम से कम 2 घंटे शारीरिक एक्सरसाइज फिजिकल एक्सरसाइज के लिए निकालें 2 घंटे अपने दोस्तों के साथ कम से कम जी भर कर मस्ती करें खेले कूदे दौड़े भागे इससे आपका शरीर स्वस्थ रहेगा और किसी ने कहा है कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है तो यदि आप फिजिकली फिट है तो आप जो भी पड़ेंगे जब भी पड़ेंगे जितना भी पड़ेंगे वह हमेशा के लिए कंप्यूटर की हार्ड डिस्क मेमोरी की तरह आपके दिमाग में फीड हो जाएगा और अपने स्वस्थ दिमाग से आप जब चाहे जैसे चाहे उस इंफॉर्मेशन को यूज कर सकते हैं...

6.

नोट्स की मदद बिल्कुल ना लें 

यदि आप चाहते हैं कि आपकी स्टडी आप का अध्ययन मजेदार हो रोचक हो इंटरेस्टिंग हो तो आप नोट्स की हेल्प बिल्कुल मत लीजिए शुरुआत में आपको आवश्यकता है किताबों में दिए हुए चैप्टर्स को रीड करने की जो भी आपके पाठ हैं जो भी चैप्टर से जो भी टॉपिक है आपको उन्हें पढ़ना है ना की किसी तरह के नोट्स को क्योंकि यदि आप चैप्टर पड़ेंगे तो आपके दिमाग में पूरी कहानी बन जाएगी जो आपको क्वेश्चन के आंसर याद करने के लिए हेल्पफुल होगी मददगार साबित होगी वहीं अगर आप यदि किसी नोट्स की मदद लेते हैं हेल्प लेते हैं तो बिना किसी कहानी के यह सिर्फ कुछ बोरिंग लाइंस होंगी जिसे आपको मजबूरी में लर्न करना पड़ेगा जो कि लंबे समय तक याद नहीं रहने वाली है वहीं अगर आप पाठ पढ़ते हैं टॉपिक पढ़ते हैं तो यह आपके लिए जीवन पर्यंत याद रहने वाले साबित होंगे...

7.

याद करने की कोशिश कभी ना करें 

अगर आप चाहते हैं कि जो भी आप पढ़ रहे हैं वह आपके समझ में आ गया और अब आपको याद हो जाए तो उसके लिए आपको कभी भी किसी भी टॉपिक को चैप्टर को या क्वेश्चन के आंसर को याद करने की कोशिश नहीं करनी है इसके बदले में आपको उस चैप्टर को हो सके तो बार-बार पढ़ना है और अपने उस दोस्त को सुना देना है जिसे इसके बारे में कुछ भी नहीं पता या आप अपने घर में भी किसी के साथ वह जानकारी को शेयर कर सकते हैं इंफॉर्मेशन को शेयर कर सकते हैं आपको पता भी नहीं चलेगा कितने अच्छे से आपको वह पाठवा टॉपिक वह क्वेश्चन आंसर समझ में आ जाएंगे और आपको याद करने की झंझट में पढ़ने की आवश्यकता भी नहीं पड़ेगी...

8.

चैलेंज लेना बंद कर दें 

शुरुआत के दिनों में यह बेहद जरूरी है कि जब आप पढ़ने के लिए खुद को तैयार करते हैं या पढ़ाई का माहौल बनाने की कोशिश करते हैं तो जब तक माहौल ना बन जाए एटमॉस्फेयर तैयार ना हो जाए तब तक अपने आप को किसी से कंपेयर ना करें और ना ही किसी चीज को चैलेंज के रूप में लें कि मेरे दोस्त का कितना परसेंट बना है मुझे इतना बनाना है या उसको इतने चैप्टर्स याद है मुझे भी इतने याद करने शुरुआत में यह बहुत जरूरी है कि हम कंपटीशन खुद से करें सेल्फ कंपटीशन बेस्ट कंपटीशन सेल्फ हेल्प बेस्ट हेल्प...

9.

सीक्वेंस ना बनाएं 

जितना जरूरी किसी टॉपिक को पढ़ना है उतना ही जरूरी यह ध्यान रखना भी है कि हमारी पढ़ाई किसी तरह की सीक्वेंस को फॉलो ना करें क्योंकि सीक्वेंस हमारे टाइम टेबल को बिगाड़ देता है यदि हम रोज 2 घंटे पढ़ते हैं तो यह एक सीक्वेंस बन जाता है फिर हम 2 घंटे से अधिक कम नहीं पढ़ते तो उससे ज्यादा भी नहीं पढ़ पाते पढ़ाई का असली मकसद सीखना है और सीखने के लिए कोई समय कैसे हो सकता है जब मन करें तब पढ़ाई करें जब ज्यादा मन करे तब ज्यादा पढ़ाई करें कभी-कभी ऐसा भी हो सकता है कि दिन भर पढ़ने का मन हो और कभी कभी ऐसा भी हो सकता है कि केवल 2 या 3 घंटे पढ़ाई कर कर ही मन ऊब गया हूं ऐसे में सीक्वेंस फॉलो करना आपको दिक्कत में डाल देगा इसलिए किसी भी तरह का सीख लो ना करें...

10.

कभी ना करें मन को काबू में रखने की कोशिश 

ध्यान रखें कि यह हमारे दिमाग का काम करने का तरीका है कि उसे जिस काम के लिए आप मना करेंगे वह काम वह पहले करता है इसलिए कभी भी किसी काम को टाल कर पढ़ने के लिए मत बैठिए गा यदि आप का मन कर रहा है गाने सुनने का तो पहले गाना सुनिए मन कर रहा है मोबाइल चलाने का तो पहले कुछ देर मोबाइल चलाइए मन कर रहा है दोस्तों के साथ खेलने का तो कुछ देर खेल कर आ जाइए उसके बाद पढ़ने बैठी है ऐसा करने से आपके दिमाग के पास में ना पढ़ने के लिए कोई बहाना शेष नहीं बचेगा और आप जब तक चाहे तब तक आप पढ़ने के लिए बैठ पाएंगे और वह पढ़ाई आपके लिए हेल्पफुल साबित होगी...


तो दोस्तों उम्मीद है कि आपको यह 10 तरीके पसंद आए होंगे और इन्हें अपने जीवन में उतारना आपको बहुत सरल महसूस हो रहा होगा क्योंकि इनमें से काफी सारे तरीकों पर आप प्रतिदिन काम करते हैं बस थोड़ी सी अवेयरनेस इस कंटेंट को पढ़ने के बाद आप में आ गई होगी और अब आप इन सब बातों पर यदि अमल करेंगे तो निसंदेह बिना किसी डाउट के आप एक गुड स्टूडेंट बन जाएंगे और जो लोग आपको विद्या की अर्थी निकालने वाला समझते हैं उनके सामने उनके इल्यूजन को तोड़ देंगे मैं उम्मीद करता हूं कि इस ब्लॉग को आपने अपने दोस्तों के साथ शेयर करने के विषय में सोच लिया होगा तो बिना देर करें इसे अपने दोस्तों में शेयर करें अपने रिलेटिव्स में शेयर करें और इसी तरह से नई-नई बातें जानने और सीखने के लिए बने रहे हमारे साथ क्योंकि कुछ ना करने से बेहतर है "कुछ तो करें"...

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